yadi prthvee se okseejan khatm ho jae


 दोस्तों हम लोग तो जानते ही हैं कि पृथ्वी पर ऑक्सीजन, और हम जीव जंतुओं के लिए कितना जरूरी हैं क्या आपने सोचा होगा कि यदि पृथ्वी पर से पूरा ऑक्सीजन खत्म हो जाए तो?  यह सवाल आपके मन में तो जरूर आया होगा।

चलिए दोस्तों आज हम बताते हैं कि इस पृथ्वी पर ऑक्सीजन  खत्म हो जाए तो क्या होगा।

अगर ऑक्सीजन गायब हुई तो दिन में भी अंधेरा छा जाएगा. इसके बिना बिजली से चलने वाहनों को छोड़कर बाकी सभी चलना बंद कर देंगे। आसमान में उड़ने वाले विमान अचानक धरती पर नीचे गिर जाएंगे. इसके अलावा धरती काफी ज्यादा ठंडी हो जाएगी।

और हमारी धरती पर ऑक्सीजन ना होने के कारण हमारे धरती कुछ इस प्रकार की दिखेगी।







जिस प्रकार धरती के जीव बिना भोजन और पानी के नहीं रह सकते ठीक उसी प्रकार ऑक्सीजन के बिना भी जीवित नहीं रह सकते हैं. श्वसन की मदद से मनुष्य भोजन से ऊर्जा प्राप्त करते हैं और इस प्रक्रिया में ऑक्सीजन बेहद अहम् भूमिका निभाता है।

अब हम यह जानते है कि बिना ऑक्सीजन के हमारे आसपास क्या होगा। "वैसे तो यह देखने के लिए हम जीवित नहीं रहेंगे "।   

 *प्रत्येक जीव के भीतरी कान के परदे फट जाएंगे:

यह तो हम जानते हैं कि हमारे वायुमंडल में ऑक्सीजन 21 % पाया जाता है। ऑक्सीजन की कमी के कारण एक पल में ही, हमारे आस-पास मौजूद हवा का दवाब 21% कम हो जायेगा और दबाव के कारण हम जीव जंतुओं के कान के पर्दे फट जाएंगे। और हमारे कानों से खून बहाने लगेंगे। जो रुक नहीं सकता और ऑक्सीजन के कारण हमारा खून बंद भी नहीं होगा जिससे हमारी उसी समय मौत हो जाएगी।

 *धरती नीचे धस जायेगी:

यह तो हम लोग जानते हैं कि पानी में ऑक्सीजन की मात्रा लगभग 88.8% होती है। ऑक्सीजन के गायब होते ही धरती धस जायेगी और पृथ्वी में मौजूद सारे जीव 10-15 किलोमीटर नीचे आ गिरेंगे.जैसा की हम सब जानते हैं कि पानी में ऑक्सीजन की मात्रा 88.8 % होती है. ऑक्सीजन की अनुपस्थिति में हाइड्रोजन गैसीय अवस्था में बदल जायेगी और साथ ही इसका वॉल्यूम भी काफी हद तक बढ़ जाएगा. ऐसे में सांस रुकने से पहले ही इंसान फूलकर फट जाएगा. पृथ्वी में उपस्थित हर जीवित कोशिका की मौत ऐसे ही होगी.
 

*दिन के समय आकाश काला हो जायेगा:

हवा में मौजूद प्रकाश कणों ( धूल, ऑक्सीजन अणु, अन्य अशुद्धियाँ आदि )से परावर्तित होने के कारण सूर्य की रोशनी पृथ्वी की सतह पर पहुँचती है. आकाश में ऑक्सीजन अनुपस्थित होने के कारण प्रकाश की किरणे परावर्तित नहीं होंगी जिससे आकाश काला दिखाई देगा.

*धातुओं के टुकड़े बिना वेल्डिंग के आपस में जुड़ जायेंगे:

धातुओं में ऑक्सीकरण की परत चढ़ाई जाती है. इसकी वजह से संपर्क में आने पर वे एक दूसरे से नहीं चिपकते हैं. अचानक ऑक्सीजन के गायब हो जाने के कारण धातुओं के टुकड़े आपस में जुड़ने लगते हैं।जिसके कारण हमारे इस शहर की बड़ी बड़ी बिल्डिंग गिरने लगेगी।

*आंतरिक दहन इंजन वाले वाहन काम करना बंद कर देंगे:

ऑक्सीजन के बिना विमान ज़मीन में गिर जायेगा. यहाँ तक कि आतंरिक दहन इंजन पर निर्भर करने वाले सभी कार या वाहन ऑक्सीजन के बिना रुक जायेंगे क्यूंकि ऑक्सीजन के बिना दहन संभव नहीं है. इसी के कारण विमान, हेलीकाप्टर और अंतरिक्ष यान सभी आसमान ज़मीन पर गिर जायेंगे.

लेकिन दोस्तों ऐसा होना संभव हो तो नहीं है लेकिन हां आने वाले समय में इस पृथ्वी पर ऑक्सीजन की कमी तो जरूर होगी क्योंकि इंसान अपनी जरूरत को पूरी करने के लिए  पेड़ पौधों को काटते हैं जो हमें ऑक्सीजन प्रदान करते हैं इसलिए दोस्तों हमें कम से कम पेड़ को काटना चाहिए और अधिक से अधिक पेड़ों को लगाना चाहिए











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