हमारी ये दुनिया कितनी खूबसूरत है,ना और हम लोग इस दुनिया मे रोज की जिंदगी मे विजी रहते है।पर आपने कभी यह सोचा है कि ये ब्रह्माण्ड जिसमें आप इतने सालों से रहा रहे हो। इसकी शुरुआत कैसे हुई।इसी के बारे मे आज हम बात करेंगे।
दोस्तों आप के मन में यह सवाल जरूर होगा की ब्रह्माण्ड किसे कहते हैं?
छोटे-छोटे अणुओं से लेकर महाकाय अकाशगंगाओ (galaxies) तक के संमिलित स्वरूप को ब्रह्माण्ड कहते हैं।
आखिर ब्रह्माण्ड की उत्पति कैसे हुई?
ब्रह्माण्ड की उत्पति से संबन्धित प्रमुख सिद्धांत निम्न है-
महाविस्पोट सिद्धांत- (Big-Bang theory): ऐब जार्ज लेमैंत्रै ने दिया था। जो की सबसे प्रमुख सिद्धांत माना जाता है। अधिक से अधिक विज्ञानिक भी इसी सिद्धांत को मानते है। तथा राबर्ट बैगोनेर ने इस सिद्धांत की व्यख्या की।
महाविस्पोट सिद्धांत के अनुसार (Big Bang Theory):-
अत्याधिक सकेंद्रण के कारण आकस्मिक विस्फोट हुआ, जिसे महाविस्पोट Big Bang कहा गया।इस अचानक विस्फोट से पदार्थो का बिखराव हुआ, जिससे सामान्य पदार्थ निर्मित हुए।
इसके अलगाव के कारण काले पदार्थ बने, जिनके समुहन से अनेक ब्रह्माण्डीय पिंडों का सृजन हुआ। वैज्ञनिकों का मनाना है की महाविस्फोट (Big bang) की घटना आज से 13.7 अरब वर्ष पहले हुई थी। महाविस्फोट के लगभग 10.5 अरब वर्ष पहले यानी आज से 4.5 अरब वर्ष पूर्व सौरमंडल का विकास हुआ जिसमें ग्रहो तथा उपग्रहो का निर्माण हुआ।
इस प्राकर big bang परीघटना से ब्रह्मांड की उत्पति हुई। और तभी से निरंतर विस्तार जारी है।
ब्रह्मांड का व्यास 93 प्रकाशवर्ष है। ब्रह्मांड मे अनुमानत:100 अरब मंदाकिनी है। प्रत्येक मंदाकिनी में अनुमानत:100 अरब तारे होते है।
मंदाकिनी:-
तारो का ऐसा समूह जो धुंधला सा दिखाई पड़ता है तथा जो तारा निर्माण प्राक्रिया की शुरुआत का गैसपुंज है, मंदाकिनी कहलाता है। हमारी पृथ्वी की अपनी एक मंदाकिनी है। जिसे आकाशगंगा कहते हैं