Saur mandal kay hai? Saur mandal kai baare meinInformation.What is the solar system called? how is our solar system?( सौर मंडल)

              सौर मंडल       

Saur mandal all information











सौर मंडल कहते हैं?) (What is the solar system called? 
 
सौर मंडल:-
 
सूर्य के चारो तार चक्कर लगाने वाले ग्रह, शूद्रगृह, धूमकेतु ,उल्का तथा अन्या आकाशीय पिंडो समुहू को सौर मंडल कहते है
सूर्य जो की समस्त सौरमंडल का ऊर्जा का श्रोत है।

सूरज 

सूर्य जो की एक तारा है। यह सौर मंडल के केंद् मे स्थित है। सूर्य ग्रह के मुकबले उनसे काई गुना बड़ा है।सूर्य एक गैस का गोला है।जिसमें हाइड्रोजन 71%हीलियम 25%तथा अन्य 2.5% होते है सूर्य का व्यास सूर्य का व्यास 13 लाख 92 हजार किलोमीटर है।जो पृथ्वी के व्यास का लगभाग 110 गुना है।सूर्य के केंद्र को कोड कहते हैं। जिसका ताप 1.5×10000000°C
है। 

Saur mandal all information










इसके बाद अब हम बात करते है। सौर मंडल के ग्रह के बारे मे

सबसे पहले हम सूर्य के सबसे निकट के ग्रह यानि बुध की। 
 
बुध

यह सूर्य का सबसे नाजदीकी ग्रह है जो सूरज निकलने के 2 घंटा पहले दिखई पड़ता है। यह सबसे छोटा ग्रह है जिसके पास कोई उपग्रह है। यह सूर्य की परिक्रमा सबसे कम समय में पूरा करता है।(88 दिन यहाँ दिन अति गर्म तथा राते ठंडी होती है (दिन का तापमान 427°C तथा रात-175°C हो जाता है) 

अब बात करते है शुक्र ग्रह की

शुक्र

यहाँ पृथ्वी का सबसे निकटतम ,सबसे चमकीला और सबसे गर्म ग्रह है।इसे भोर का तारा कहते हैं। क्योंकि यह शाम में पश्चिम दिशा में तथा सुबह में पूर्व दिशा में आकाश में दिखाई पड़ता है।यह सब ग्रहो के विपरीत सूर्य का चक्कर लगता है।इसके पास कोई उपग्रह नहीं है। इसका व्यास(12, 104km) है।  

इसके बाद बात करते है पृथ्वी 

पृथ्वी

Saur mandal all information








                                                      
 हमारे इस सौर मंडल मे सिर्फ एक ऐसा ही ग्रह है जिस पर जीवन संभव है।यह सौरमंडल के तीसरी काक्षा का ग्रह है। यह सौरमंडल का पंचवा सबसे बड़ा ग्रह हैं। पृथ्वी अपने अक्ष पर 23×1/2 डिग्री झूका है।इसका व्यास 12,756 किलोमीटर और ध्रुवीय व्यास 12,714km है। यह सूर्य का चक्कर लगभग 365 दिन 4 घंटे में पूरा करता है।इस ग्रह पर जल उपस्थित के कारण नीला ग्रह कहा जाता है। (पृथ्वी के पास एक उपग्रह है जो की वह चंद्रमा है।यह हमारे सौरमंडल का हिसा है इसलिये हम इसकी बात करेंगे।)

चंद्रमा 

चंद्रमा पृथ्वी की एक परिक्रमा लगभग 27 दिन 8 घंटे में पूरी करता है। और इतने समय में अपने अच्छ पर एक चक्कर लगता है। यहि कारण है की चंद्रमा का एक ही भाग दिखाई पड़ता है।पृथ्वी से चंद्रमा का 57 प्रतिशत भाग देख सकते हैं। चंद्रमा का व्यास 3,480km । अपोलो के अंतरिक्ष यात्रियों द्वारा ले गए चट्टानो से पता चला है की चंद्रमा भी उतना ही पुराना है।जितना की पृथ्वी(460 करोड)जब चंद्रमा पृथ्वी के सबसे निकट होता है तो स्थिति को (सुपर मून) कहते हैं। 

मंगल

इसे लाल ग्रह कहा जाता है,इसका रंग लाल आयरन ऑक्साइड के कारण है।यहाँ पृथ्वी के समान धुरु हैंतथा इसका कक्षतली 25 डिग्री कोण पर झुका हुआ है,जिस्के करण यहां पर पृथ्वी के समान ऋतु परिवर्तन होता है। इसके दो उपग्रह है- (phobos) और (Deimos)। सूर्य की परिक्रमा करने में 687 दिन लगते हैं।सौरमंडल का सबसे बड़ा ज्वालामुखी (ओलिपास मेसी) तथा सौरमंडल का सबसे ऊंचा पर्वत (निक्स ओलंपिया) है। जो माउंट एवरेस्ट से 3 गुना ऊंचा है, इसी ग्रह पर स्थिति है। मंगल ग्रह का व्यास 6,796km 

बृहस्पति

यह हमारे सौरमंडल में सभी ग्रहों से सबसे बड़ा ग्रह है।इसे अपने धुरी पर चक्कर लगाने में 10 घंटे (सबसे कम) और सूर्य की परिक्रमा करने मे 12 वर्ष लगते हैं। इसके उपग्रह, 
गैनिमीड जो की सभी उपग्रहों मे सबसे बड़ा उपग्रह है और इसका रंग पीला है।बृहस्पति ग्रह का व्यास 1,42,984 है। 

शनि

मंडल में दूसरा सबसे बड़ा ग्रह है। इसका विशेषता है- इसके चारो वलय का होना।वलय की संख्या 7 है।यहआकाश में पीले तारे की तरह दिखलाई देता है। इसका सबसे बड़ा उपग्रह टाइटन है।सौरमंडल का दूसरा सबसे बड़ा ग्रह है। 
टाइटन की खोज 1665 मे डेनमार्क के खगोलशास्त्री (क्रिश्चियन है हाईजोन) ने की। इसका घनत्व सभी ग्रह  तथा जल से भी कम है। यानी जल में रखने पर तैरने लागेगा। 
अरुण

यह आकर मे तीसरा सबसे बड़ा ग्रह है। इसका तापमान -215°C है। इसकी खोज 1781 ई. मे (विलियम हर्शेल) की गयी। यह अपने अच्छ पर पूर्व से पश्चिम की और घुमता है, जब की अन्य ग्रह पश्चिम से पूरब की और घुमते हैं।यह अपनी धुरी पर सूर्य क्यों इतना झुका हुआ है की लेटा हुआ दिखाई पड़ता है।इस्लिये लेटा हुआ ग्रह कहते हैं। इस्का सबसे बड़ा ग्रह टाइटेनिया है। इसका व्यास 51,118km है।

वरूण

इसकी खोज 1846
मे जर्मन खोगलक (जहान गाले) ने की है। हमारे सौरमंडल में यह सूरज से सबसे दूर ग्रह है । यह हरे रंग का ग्रह है। न इसके चारो और अति शीतल मिथेन का बादल छाया हुआ है। इसके उपग्रह मे ट्रीटन(triton) प्रमुख है। इसका व्यास 49,100km है। 
 

1 टिप्पणियाँ

एक टिप्पणी भेजें
और नया पुराने